जब मैं छोटी थी, तो मैं अपने पिताजी के पास जाया करती थी। वे गायत्री मंत्र, वास्तु और हस्तरेखा का गहरा अध्ययन करते थे। वे अपने समय के श्रेष्ठ ज्योतिषी थे, और आज मुझे गर्व है कि मैं भी उनकी विद्या को सीखकर आगे बढ़ रही हूँ।
आज मैंने पुराना बैग खोला, तो मुझे उनका एक पुराना विजिटिंग कार्ड मिला। उसे देखकर दिल भर आया, मानो पुरानी यादें फिर से ताजा हो गईं। यह मेरे लिए किसी आशीर्वाद से कम नहीं। ❤️
मैं इस भावना को आप सभी के साथ साझा करना चाहती थी, क्योंकि जो विरासत हमें मिलती है, वह हमारे जीवन को एक नई दिशा देती है। 🙏✨
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